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Three Hills of Mehandipur Balaji – What’s the Mystery Behind Them ?

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मेहंदीपुर बालाजी का आध्यात्मिक आकर्षण

राजस्थान के दौसा जिले में बसा मेहंदीपुर बालाजी मंदिर (Mehandipur balaji temple) एक ऐसा स्थान है, जो अपनी चमत्कारी शक्तियों और रहस्यमयी वातावरण के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। यह मंदिर हनुमान जी के बालाजी रूप को समर्पित है और विशेष रूप से भूत-प्रेत मुक्ति मंदिर के रूप में जाना जाता है। मंदिर के सामने स्थित तीन पहाड़ी मंदिर (Ek Pahadi, Do Pahadi, aur Teen Pahadi) इस स्थान को और भी खास बनाते हैं। ये पहाड़ियां न केवल प्राकृतिक सौंदर्य से भरी हैं, बल्कि इन पर स्थित मंदिरों की मान्यताएं और तांत्रिक अनुष्ठान भक्तों को आकर्षित करते हैं।

इस लेख में, हम मेहंदीपुर बालाजी के तीन पहाड़ियों पर बने मंदिरों की जानकारी और उनके रहस्यों को गहराई से जानेंगे। चाहे आप आध्यात्मिक यात्रा स्थल की तलाश में हों या बालाजी के चमत्कार के बारे में उत्सुक हों, यह लेख आपको एक संपूर्ण मार्गदर्शन देगा।

मेहंदीपुर बालाजी का इतिहास

बालाजी मंदिर का इतिहास लगभग 1000 साल पुराना है। मान्यता है कि श्री बालाजी महाराज, श्री प्रेतराज सरकार, और श्री भैरव कोतवाल स्वयं प्रकट हुए थे। मंदिर का विकास श्री गणेशपुरी जी महाराज के समय से शुरू हुआ, जिन्होंने मंदिर का नव-निर्माण और धर्मशालाओं का निर्माण करवाया। मंदिर की मूर्ति स्वयंभू है, जिसे किसी कलाकार ने नहीं बनाया। मूर्ति के हृदय से निकलने वाला पवित्र जल आज भी भक्तों को वितरित किया जाता है, जो मेहंदीपुर बालाजी चमत्कार का प्रतीक है।

मंदिर का प्रबंधन श्री मेहंदीपुर बालाजी ट्रस्ट द्वारा किया जाता है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य, और भक्तों की सुविधाओं के लिए कई पहल चला रहा है। मंदिर की प्रसिद्धि तब और बढ़ी जब ब्रिटिश संसद में हनुमान चालीसा का पाठ हुआ और इसे वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया।

तीन पहाड़ी मंदिर: एक गहन अध्ययन

मेहंदीपुर बालाजी में तीन पहाड़ियों पर बने मंदिरों की जानकारी निम्नलिखित है:

1. एक पहाड़ी: शिव मंदिर और शांति का केंद्र

  • मुख्य मंदिर: इस पहाड़ी पर शिव मंदिर प्रमुख है, जिसमें 12 शिवलिंग स्थापित हैं। यह मंदिर शांति और समृद्धि के लिए पूजा जाता है।
  • मान्यता: भक्तों का मानना है कि यहां की पूजा से मन को शांति मिलती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
  • विशेषता: यह पहाड़ी शांत और ध्यान के लिए उपयुक्त है, जहां भक्त भगवान शिव की कृपा प्राप्त करते हैं।

2. दो पहाड़ी: काली माता और अंजनी माता मंदिर

  • काली माता मंदिर: काली माता मंदिर मेहंदीपुर में माता के क्रोधरूप की पूजा होती है। यहां भक्त सुरक्षा और शक्ति के लिए प्रार्थना करते हैं। मान्यता है कि माता बुरी शक्तियों को नष्ट करती हैं।
  • अंजनी माता मंदिर: अंजनी माता मंदिर में संतान प्राप्ति की मन्नत मांगी जाती है। एक अनोखी परंपरा है जहां महिलाएं अपने बालों या पल्लू से मंदिर की फर्श साफ करती हैं और पेड़ पर चुनरी बांधती हैं।
  • विशेषता: यह पहाड़ी विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो परिवार वृद्धि और सुरक्षा की कामना करते हैं।

3. तीन पहाड़ी: पंचमुखी हनुमान और भैरव मंदिर

  • पंचमुखी हनुमान मंदिर: यह सबसे प्राचीन और शक्तिशाली मंदिर है। पंचमुखी हनुमान मंदिर को मेहंदीपुर बालाजी में प्रेतों से मुक्ति दिलाने वाला मंदिर माना जाता है। यहां विशेष पूजा और पेशी (trials) की जाती हैं।
  • चौमुखा भैरव बाबा मंदिर: यह मंदिर भैरव बाबा को समर्पित है, जो मंदिर के रक्षक माने जाते हैं। भैरव बाबा मंदिर में तांत्रिक पूजा के रहस्य इसे और भी विशेष बनाते हैं।
  • श्मशान भैरव मंदिर: यह मंदिर तांत्रिक सिद्धियों और अलौकिक शक्तियों के लिए जाना जाता है।

तीन पहाड़ी मंदिरों की मान्यता और इतिहास

  • प्राचीनता: ये मंदिर स्वयंभू माने जाते हैं, और इनका इतिहास 1000 साल से भी अधिक पुराना है।
  • चमत्कार: भक्तों का मानना है कि मेहंदीपुर बालाजी में प्रेतराज और कोतवाल के दर्शन करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं।
  • विशेषता: तीन पहाड़ी मंदिरों की शक्ति का केंद्र उनकी तांत्रिक पूजा और हनुमान जी की कृपा है, जो भक्तों को मानसिक और शारीरिक रोगों से मुक्ति दिलाती है।

पूजा-अर्चना और तांत्रिक अनुष्ठान

मेहंदीपुर बालाजी में तांत्रिक सिद्धियाँ और भूत प्रेतों से मुक्ति के लिए कई विशेष पूजा विधियां हैं:

  • पेशी (Trials): भक्त बालाजी महाराज के समक्ष अर्जी लगाते हैं, जिसमें नारियल, नींबू, और सफेद धागे का उपयोग किया जाता है। ये अनुष्ठान तीन दिनों तक चलते हैं और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए किए जाते हैं।
  • तांत्रिक अनुष्ठान: भैरव बाबा मंदिर में तांत्रिक पूजा की जाती है, जिसमें शराब और सिगरेट जैसी चीजें चढ़ाई जाती हैं।
  • सुरक्षा के उपाय: पुजारी मोरपंख और तिलक का उपयोग करके भक्तों को सुरक्षा प्रदान करते हैं। काली माता मंदिर के पास ताले बांधे जाते हैं ताकि बुरी आत्माएं कैद हो जाएं।
  • प्रसाद: प्रत्येक मंदिर का अपना विशेष प्रसाद है, जैसे पंचमुखी हनुमान के लिए बटाशे और लड्डू, भैरव नाथ के लिए लाल कपड़े में लिपटा नारियल, और काली माता के लिए काले कपड़े में लिपटा नारियल।

मानसिक रोगियों का इलाज: मानसिक रोग और ऊपरी हवा के इलाज वाले मंदिर के रूप में प्रसिद्ध, यहां भजन, कीर्तन, और मंत्रों का उपयोग होता है। पुजारी मोरपंख और तिलक का उपयोग करते हैं।

मेहंदीपुर बालाजी सवामणी और चोला बुकिंग

भक्तों की सुविधा के लिए मेहंदीपुर बालाजी सवामणी ऑनलाइन बुकिंग (Mehandipur balaji sawamani online booking)और मेहंदीपुर बालाजी चोला बुकिंग (Mehandipur balaji chola online booking)की सुविधा उपलब्ध है। सवामणी एक विशेष प्रसाद है, जो भक्त भगवान को अर्पित करते हैं। चोला बुकिंग में भगवान के लिए विशेष वस्त्र चढ़ाए जाते हैं। ये सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं, और भक्त निम्नलिखित वेबसाइट्स के माध्यम से बुकिंग कर सकते हैं:

  • shreemehandipurbalajisawamani.in

इन सेवाओं के लिए आप +91 99506 10820 पर संपर्क कर सकते हैं ।

मेहंदीपुर बालाजी कैसे पहुंचें

मार्ग

विवरण

सड़क मार्ग

NH 11 पर, जयपुर से 103 किमी, दिल्ली से 265 किमी। बस और टैक्सी उपलब्ध।

रेल मार्ग

बांदीकुई जंक्शन (30 किमी), दिल्ली, जयपुर, और आगरा से जुड़ा।

हवाई मार्ग

जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (115 किमी), टैक्सी और बस उपलब्ध।

 

  • यात्रा टिप्स: मंदिर में सादगी भरा पहनावा पहनें। कम से कम एक सप्ताह पहले मांस, अंडे, और शराब से परहेज करें। मंदिर के बाजार में पूजा सामग्री और प्रसाद आसानी से मिल जाते हैं।

निष्कर्ष

तीन पहाड़ी मंदिर मेहंदीपुर बालाजी न केवल आध्यात्मिक शक्ति का केंद्र हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं का एक जीवंत उदाहरण भी हैं। योगमाया के विग्रह और भभूति का महत्व, प्रेत बाधा से मुक्ति, और मंदिर दर्शन अनुभव इसे एक अनूठा स्थान बनाते हैं। चाहे आप हनुमान जी की कृपा की तलाश में हों या मेहंदीपुर का बाजार और प्रसाद का आनंद लेना चाहते हों, यह स्थान हर भक्त के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करता है। यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह एक ऐसी जगह है जहां आस्था और रहस्य एक साथ मिलते हैं, जो इसे हर यात्री के लिए अवश्य देखने योग्य बनाता है। मेहंदीपुर बालाजी की यात्रा एक आध्यात्मिक अनुभव है जो भक्तों के मन में गहरी छाप छोड़ती है, और इसकी चमत्कारी शक्तियां और रहस्यमयी कहानियां इसे और भी विशेष बनाती हैं। यह स्थान न केवल भक्तों के लिए, बल्कि उन सभी के लिए प्रेरणादायक है जो आध्यात्मिकता और भारतीय संस्कृति की गहराई को समझना चाहते हैं।

जय श्री राम! जय बजरंग बली! 🚩