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Mehandipur Balaji Chola Offering Process | How to book chola online

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मेहंदीपुर बालाजी में चोला चढ़ाने की संपूर्ण प्रक्रिया

मेहंदीपुर बालाजी धाम भारत के सबसे प्रसिद्ध हनुमान मंदिरों में से एक है। यहाँ प्रतिदिन हजारों भक्त अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए आते हैं और विशेष रूप से चोला चढ़ाने की परंपरा निभाते हैं। हनुमान जी को सिंदूर और चमेली के तेल का चोला चढ़ाने का विशेष महत्व है, जिसे विधि-विधान से करने पर भक्तों को शक्ति, साहस और सुरक्षा का आशीर्वाद मिलता है।

अगर आप भी "Mehandipur Balaji chola booking" या चोला चढ़ाने की सही विधि जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। इसमें हम पूरी प्रक्रिया, आवश्यक सामग्री, चोला चढ़ाने के दिन और सावधानियों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।


हनुमान जी को सिंदूर का चोला क्यों चढ़ाया जाता है?

हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करने की परंपरा बहुत पुरानी है। इसके पीछे कई धार्मिक और पौराणिक मान्यताएँ हैं:

  1. शास्त्रीय मान्यता: हनुमान जी को सिंदूर प्रिय है क्योंकि माता सीता ने उन्हें बताया था कि यह सिंदूर उन्हें दीर्घायु और शक्ति प्रदान करेगा।
  2. भक्तों की आस्था: भक्त हनुमान जी को चोला चढ़ाकर अपने जीवन में ऊर्जा, शक्ति और सकारात्मकता लाने की कामना करते हैं।
  3. नकारात्मक शक्तियों से रक्षा: ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने से बुरी शक्तियाँ दूर रहती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।

हनुमान जी को चोला कैसे चढ़ाए?

हनुमान जी को चोला चढ़ाने की सही प्रक्रिया का पालन करना बहुत जरूरी है। यदि विधि अनुसार चोला चढ़ाया जाए, तो इसका विशेष फल मिलता है।

हनुमान जी के चोला चढ़ाने की सही विधि:

  1. स्नान और शुद्धिकरण: चोला चढ़ाने से पहले स्वयं शुद्ध होकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  2. हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर साफ करें: जल और गंगाजल से मूर्ति को शुद्ध करें।
  3. सिंदूर का घोल बनाएं: चोला चढ़ाने के लिए सिंदूर में चमेली का तेल मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट तैयार करें।
  4. चोला अर्पित करें: इस घोल को पूरी श्रद्धा के साथ हनुमान जी की प्रतिमा पर लगाएं।
  5. पूजा और आरती करें: घी का दीपक जलाकर हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और सुंदरकांड का पाठ करें।
  6. प्रसाद वितरण: पूजा के बाद प्रसाद वितरित करें और मंदिर में दान करें।

हनुमान जी के चोला चढ़ाने के लिए आवश्यक सामग्री

  1. सिंदूर (शुद्ध और पवित्र)
  2. चमेली का तेल
  3. गंगाजल और स्वच्छ जल
  4. लाल वस्त्र (यदि उपलब्ध हो)
  5. फूल-माला
  6. घी का दीपक
  7. हनुमान चालीसा और बजरंग बाण की पुस्तक

ये सभी वस्तुएँ आसानी से किसी भी पूजा सामग्री की दुकान पर मिल जाएँगी।


हनुमान जी का चोला कैसे बनाएं?

चोला चढ़ाने के लिए सिंदूर और तेल का सही मिश्रण बनाना जरूरी है। इसे बनाने का तरीका इस प्रकार है:

  1. शुद्ध सिंदूर लें: कोई भी केमिकलयुक्त सिंदूर न लें, केवल शुद्ध पूजा का सिंदूर ही प्रयोग करें।
  2. चमेली का तेल मिलाएं: सिंदूर में चमेली का तेल मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट तैयार करें।
  3. एकसमान घोल तैयार करें: मिश्रण न अधिक गाढ़ा हो और न ही अधिक पतला।
  4. स्वच्छता का ध्यान रखें: चोला बनाने में इस्तेमाल होने वाले बर्तन और हाथ साफ हों।

कब और किस विधि से चोला चढ़ाएं?

हनुमान जी को चोला चढ़ाने का सही समय और विधि इस प्रकार है:

  1. मंगलवार और शनिवार: ये दिन हनुमान जी की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं।
  2. सुबह या संध्या काल: सूर्योदय के बाद या सूर्यास्त से पहले चोला चढ़ाना शुभ होता है।
  3. संकष्टी चतुर्थी और अमावस्या: इन दिनों में चोला चढ़ाने से विशेष लाभ मिलता है।

विशेष प्रकार की चोला विधियाँ:

  1. सामान्य चोला विधि: यह विधि सभी भक्तों के लिए होती है, जिसमें सिंदूर और तेल का चोला चढ़ाया जाता है।
  2. उग्र विधि से चोला: यह विधि विशेष रूप से भूत-प्रेत बाधा निवारण के लिए की जाती है। इसमें अधिक मात्रा में तेल और सिंदूर का प्रयोग किया जाता है और पूरी रात हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है।

मेहंदीपुर बालाजी में चोला चढ़ाने का तरीका

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में चोला चढ़ाने के कुछ नियम और तरीके होते हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है:

  1. मंदिर परिसर में स्वच्छता बनाए रखें।
  2. बिना अनुमति के पूजा स्थल पर सिंदूर न चढ़ाएं।
  3. चोला चढ़ाने से पहले मंदिर के पुजारियों से विधि की जानकारी लें।
  4. सिंदूर और तेल मंदिर से ही लें, बाहरी वस्तुएँ न लाएँ।

मेहंदीपुर बालाजी में ऑनलाइन चोला बुकिंग कैसे करें?

आजकल "Mehandipur Balaji chola booking" ऑनलाइन भी उपलब्ध है, जिससे भक्त घर बैठे अपनी बुकिंग कर सकते हैं। ऑनलाइन बुकिंग के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें:

  1. मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. "चोला बुकिंग" सेक्शन पर क्लिक करें।
  3. अपनी जानकारी भरें (नाम, गोत्र, मोबाइल नंबर)।
  4. भुगतान करें और बुकिंग कन्फर्म करें।
  5. बुकिंग आईडी प्राप्त करें और इसे सेव करें।

इसके अलावा, "Mehandipur Balaji sawamani online booking" भी उपलब्ध है, जिससे भक्त मंदिर में प्रसाद और भोग अर्पित कर सकते हैं।


निष्कर्ष

मेहंदीपुर बालाजी में चोला चढ़ाना एक महत्वपूर्ण धार्मिक परंपरा है, जिससे भक्तगण मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करते हैं। यदि आप सही विधि से चोला चढ़ाते हैं और ऑनलाइन बुकिंग का लाभ उठाते हैं, तो यह पूजा और अधिक प्रभावशाली हो सकती है। "Mehandipur Balaji chola booking" और "Mehandipur Balaji darshan timings" की जानकारी प्राप्त करके आप अपनी यात्रा को और भी सुगम बना सकते हैं।

अब जब आप पूरी प्रक्रिया समझ चुके हैं, तो अगली बार जब भी आप मेहंदीपुर बालाजी जाएं, इस विधि का पालन करें और हनुमान जी की कृपा प्राप्त करें! 🚩

Book Now : +91 99506 10820