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How to Submit an Arji at Mehandipur Balaji? Complete Process and Right Method

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परिचय

राजस्थान के दौसा जिले में स्थित मेहंदीपुर बालाजी मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है और यहाँ भूत-प्रेत बाधा, नकारात्मक ऊर्जा और मानसिक-शारीरिक समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए विशेष रूप से अर्जी लगाई जाती है।

मेहंदीपुर बालाजी को शक्तिशाली आध्यात्मिक केंद्र माना जाता है, जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अर्जी लगाते हैं। लेकिन सही प्रक्रिया न पता होने के कारण कई लोग भ्रमित हो जाते हैं।

इसमें हम जानेंगे कि अर्जी क्यों लगाई जाती है, कहाँ मिलती है, और इसे लगाने का सही तरीका क्या है? साथ ही, Mehandipur Balaji Arji Booking और Mehandipur Balaji Sawamani Online Booking की प्रक्रिया भी समझेंगे।

 


1. यह अर्जी क्यों लगायी जाती है?

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में अर्जी लगाने का उद्देश्य श्रद्धालुओं की विभिन्न समस्याओं का समाधान पाना है।

मुख्य कारण:

✔ भूत-प्रेत बाधा से मुक्ति
✔ नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव
✔ मानसिक एवं शारीरिक रोगों से राहत
✔ आर्थिक और पारिवारिक समस्याओं का समाधान
✔ हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त करना

ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी स्वयं इस मंदिर में विराजमान हैं और सच्चे मन से अर्जी लगाने वाले भक्तों की सभी समस्याओं का समाधान होता है।

 


2. कहाँ मिलती है अर्जी?

अर्जी लगाने के लिए आवश्यक सामग्री मंदिर के बाहर दुकानों से मिलती है।

1. मंदिर परिसर के बाहर:

  • मंदिर के बाहर कई दुकानों पर अर्जी लगाने की सामग्री उपलब्ध होती है।
  • दुकानदार आपको पूरी प्रक्रिया समझाते हैं और आपको सही सामग्री देते हैं।

2. ऑनलाइन बुकिंग:

  • आप Mehandipur Balaji Arji Booking सेवा के तहत ऑनलाइन अर्जी लगवा सकते हैं।
  • इसके लिए मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं।

 


3. अर्जी लगाने की प्रक्रिया (तीन चरण)

पहला चरण: बालाजी महाराज के दरबार में अर्जी लगाना

  • दुकानदार से सवा सेर लड्डू, घी और दरख्वास्त (अर्जी) का दौना लें।
  • इसे सिर पर रखकर दर्शन की लाइन में लगें और मन ही मन अपना नाम, पता और समस्या दोहराएँ।
  • बालाजी महाराज के सामने पहुँचने पर पुजारी थाली से कुछ लड्डू और घी हवन कुंड में डाल देंगे।
  • बचे हुए छह लड्डू वापस दुकानदार को लौटाएँ।

दूसरा चरण: भैरव जी और प्रेत राज जी के दरबार में अर्जी लगाना

  • दुकानदार से दो थालियाँ (एक में चावल, दूसरी में उड़द) लें।
  • इन थालियों को लेकर भैरव जी और प्रेत राज जी के दरबार में जाएँ।
  • पहले भैरव जी के पुजारी को उड़द की थाली दें, फिर प्रेत राज जी के पुजारी को चावल की थाली दें।
  • दोनों जगह मन ही मन अपना नाम और समस्या दोहराएँ।
  • बाहर आकर बचे हुए चावल-उड़द को सात बार अपने ऊपर उतारकर पीछे फेंक दें और पीछे न देखें।

तीसरा चरण: अंतिम दरख्वास्त

  • दुकानदार से एक और दरख्वास्त (अर्जी) का दौना लें।
  • फिर से बालाजी महाराज के दर्शन की लाइन में लगें और अर्जी अर्पित करें।
  • मन ही मन कहें: "बालाजी महाराज, मेरी अर्जी मंजूर करें।"

 


4. अर्जी लगाने के दौरान ध्यान देने योग्य बातें

✔ सफेद और काले कपड़े न पहनें।
✔ मंदिर में प्रसाद न खाएँ, बाहर जाकर ही ग्रहण करें।
✔ भूत-प्रेत बाधा से प्रभावित लोगों से दूरी बनाए रखें।
✔ मंदिर के बाहर अर्जी की सामग्री खरीदने में सावधानी रखें।

 


निष्कर्ष

मेहंदीपुर बालाजी में अर्जी लगाने की प्रक्रिया को सही ढंग से समझना और उसका पालन करना आवश्यक है। Mehandipur Balaji Temple Aarti Timings, Mehandipur Balaji Arji Booking, और Mehandipur Balaji Sawamani Online Booking जैसी सुविधाओं का उपयोग करके आप अपनी अर्जी लगा सकते हैं।

अगर आप मंदिर में अर्जी लगाने जा रहे हैं, तो इस गाइड को ध्यान में रखें और सही विधि से अर्जी लगाएँ ताकि आपको भगवान की कृपा प्राप्त हो सके।

Book Now : +91 99506 10820

जय श्री राम! जय बजरंग बली! 🚩